आज के डिजिटल युग में, जहां स्मार्टफोन और इंटरनेट हमारी रोजमर्रा की जिंदगी का अभिन्न हिस्सा बन चुके हैं, वहीं साइबर अपराधी भी अपने तरीकों में निपुण हो गए हैं। खासकर, Telegram जैसे पॉपुलर मैसेजिंग ऐप्स इन अपराधियों का नया टारगेट बन चुके हैं।
क्या आपने कभी Telegram पर किसी फ्री गिफ्ट ऑफर, कैशबैक, या लॉटरी का मैसेज देखा है?
अगर हां, तो सावधान हो जाइए, क्योंकि ये आपकी मेहनत की कमाई को खतरे में डाल सकते हैं। हाल के महीनों में, Telegram यूजर्स को निशाना बनाकर बैंक खातों से पैसे चुराने के कई मामले सामने आए हैं। आइए, जानते हैं कि ये धोखाधड़ी कैसे होती है और इससे बचने के उपाय क्या हैं।
कैसे होती है ठगी?
Telegram पर ठगी के कई तरीके अपनाए जा रहे हैं। इनमें से सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाले तीन तरीके हैं:
1. नकली बॉट्स का इस्तेमाल
Telegram पर बॉट्स का उपयोग आसान और सुविधाजनक है, लेकिन यही सुविधा साइबर अपराधियों के लिए हथियार बन चुकी है। ये नकली बॉट्स असली बॉट्स की तरह दिखते हैं और यूजर्स को लुभावने ऑफर्स, जैसे "फ्री रिचार्ज," "लॉटरी टिकट," या "इंस्टेंट कैशबैक" का झांसा देते हैं।
इन बॉट्स से बातचीत करते समय आपको अपनी व्यक्तिगत जानकारी, जैसे बैंक डिटेल्स या OTP डालने के लिए कहा जाता है।
एक बार आपने ये जानकारी दी, तो अपराधी तुरंत आपके बैंक अकाउंट को खाली कर सकते हैं।
2. फ़िशिंग लिंक का जाल
Telegram पर भेजे गए फ़िशिंग लिंक यूजर्स को नकली वेबसाइट पर ले जाते हैं।
ये वेबसाइट असली वेबसाइट की तरह लगती हैं, लेकिन जैसे ही आप लॉगिन डिटेल्स या बैंक डिटेल्स दर्ज करते हैं, वह सीधे अपराधियों के पास चली जाती है।
उदाहरण: "आपने ₹5000 का कैशबैक जीता है, कलेक्ट करने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें।"
3. फ्री ऑफर्स का लालच
"फ्री स्मार्टफोन पाएं" या "लॉटरी टिकट जीतें" जैसे मैसेज यूजर्स को लालच में डालने के लिए भेजे जाते हैं।
जब आप इन ऑफर्स को कलेक्ट करने के लिए दिए गए प्रोसेस को फॉलो करते हैं, तो साइबर अपराधी आपकी व्यक्तिगत जानकारी चुरा लेते हैं।
धोखाधड़ी के शिकार कौन बनते हैं?
Telegram पर धोखाधड़ी के शिकार बनने वाले लोगों में सबसे ज्यादा शामिल हैं:
नए यूजर्स: जिन्हें मैसेजिंग ऐप्स की सुरक्षा फीचर्स के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं होती।
लालच में फंसने वाले लोग: जो बिना सोचे-समझे "फ्री ऑफर" या "डिस्काउंट" का फायदा उठाना चाहते हैं।
अनजान लिंक पर क्लिक करने वाले: जिन लोगों की आदत होती है कि वे हर लिंक को खोलते हैं।
धोखाधड़ी से कैसे बचें?
1. अज्ञात लिंक पर क्लिक करने से बचें
अगर आपको किसी अनजान स्रोत से लिंक प्राप्त होता है, तो उसे खोलने से पहले उसकी वैधता की जांच करें।
केवल आधिकारिक वेबसाइट्स पर ही अपनी डिटेल्स दर्ज करें।
"http" की जगह "https" लिंक का उपयोग करें।
2. बॉट्स के साथ सतर्कता बरतें
Telegram पर किसी भी बॉट का उपयोग करते समय यह सुनिश्चित करें कि वह असली है।
अगर कोई बॉट आपसे OTP, पासवर्ड, या बैंक डिटेल्स मांगता है, तो तुरंत उसे ब्लॉक करें।
3. OTP और पासवर्ड साझा न करें
Telegram हो या कोई और प्लेटफॉर्म, कभी भी अपनी बैंकिंग डिटेल्स, पासवर्ड, या OTP किसी के साथ साझा न करें।
बैंकिंग संस्थान या असली कंपनियां कभी भी ऐसी जानकारी नहीं मांगतीं।
4. 2-स्टेप वेरिफिकेशन चालू करें
Telegram में 2-स्टेप वेरिफिकेशन चालू करें। यह फीचर आपके अकाउंट को अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान करता है।
यह सेटिंग्स में जाकर आसानी से चालू की जा सकती है।
5. नियमित रूप से बैंक अकाउंट चेक करें
अपने बैंक अकाउंट का समय-समय पर निरीक्षण करें।
अगर कोई अनजान ट्रांजेक्शन दिखाई दे, तो तुरंत अपने बैंक से संपर्क करें।
सरकार और साइबर एक्सपर्ट्स की सिफारिशें
भारत सरकार और साइबर एक्सपर्ट्स लगातार यूजर्स को सावधान रहने की सलाह दे रहे हैं।
अगर आपको धोखाधड़ी का शिकार होना पड़े, तो तुरंत साइबर क्राइम पोर्टल (cybercrime.gov.in) पर शिकायत दर्ज करें।
अपने बैंक को घटना की जानकारी देकर तुरंत अपने खाते को फ्रीज करवाएं।
Telegram उपयोग करने वालों के लिए अतिरिक्त टिप्स
अनावश्यक ग्रुप्स और चैनल्स को तुरंत छोड़ दें।
Telegram पर केवल उन्हीं लोगों के साथ बातचीत करें, जिन्हें आप जानते हैं।
किसी भी ऑफर या लॉटरी के झांसे में न आएं।
अपने Telegram अकाउंट की प्राइवेसी सेटिंग्स को अपडेट करें।
"Telegram जैसी सुविधाजनक ऐप्स को सुरक्षित रूप से इस्तेमाल करना आज के समय में बेहद जरूरी है। आपकी एक छोटी सी लापरवाही आपके बैंक अकाउंट को खाली कर सकती है। इसलिए, सतर्क रहें, जागरूक बनें, और साइबर अपराधियों के जाल से बचने के लिए हमेशा सुरक्षा टिप्स का पालन करें।"
आपकी सुरक्षा, आपका अधिकार!
0 Comments
अपनी राय यहाँ पर दे